अगर आप राजस्थान से संबंधित किसी भी परीक्षा ( RAS, REET , 2nd Grade , LDC , Rajasthan Police , High Court ) की तैयारी करते हैं तो Rajasthan Geography में उपलब्ध कराए जाने वाले नोट्स आपके लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है इस पोस्ट में हम आपको राजस्थान का अक्षांशीय एवं देशांतरीय विस्तार के शॉर्ट नोट्स नि शुल्क लेकर आए हैं ताकि यह टॉपिक आपको अच्छे से क्लियर हो सके
राजस्थान का भूगोल ( Rajasthan Geography Notes ) के ऐसे नोट्स आपको ढूंढने पर भी नहीं मिलेगी अगर आप हमारे द्वारा उपलब्ध करवाए जाने वाले नोट्स के माध्यम से तैयारी करते हैं तो निश्चित ही आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करेंगे
राजस्थान का अक्षांशीय एवं देशांतरीय विस्तार
राजस्थान का अक्षांशीय विस्तार
- राजस्थान का अक्षांशीय विस्तार 23°3’ उत्तरी अक्षांश से 30°12’ उत्तरी अक्षांश तक है।
- राजस्थान का अक्षांशीय विस्तार 7°9’ अक्षांशों के मध्य है।
- राजस्थान के उत्तर से दक्षिण की लम्बाई 826 किलोमीटर है।
- राजस्थान का उत्तरतम बिन्दु कोणा गाँव (श्रीगंगानगर) व दक्षिणतम बिन्दु बोरकुण्ड (बाँसवाड़ा) है।
राजस्थान का देशांतरीय विस्तार
- राजस्थान का देशान्तरीय विस्तार 69°30’ पूर्वी देशांतर से 78°17’ पूर्वी देशांतर तक है।
- राजस्थान का देशांतरीय विस्तार 8°47’ देशांतरों के मध्य है।
- राजस्थान की पूर्व से पश्चिम चौड़ाई 869 किलोमीटर है।
- राजस्थान का पूर्वी बिन्दु सिलाना गाँव (धौलपुर) व पश्चिमी बिन्दु कटरा गाँव (जैसलमेर) है।
- उत्तरी अक्षांश :- इसे कर्क रेखा कहते हैं।
- कर्क रेखा भारत के आठ राज्यों गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा व मिजोरम से होकर गुजरती है।
- कर्क रेखा राजस्थान के डूँगरपुर जिले के चिकली गाँव (सिमलवाड़ा तहसील) को छूते हुए बाँसवाड़ा के मध्य से (कुशलगढ़ से होकर) गुजरती है अर्थात् यह राजस्थान के दो जिलों से होकर गुजरती है।
- कर्क रेखा की राजस्थान में कुल लम्बाई 26 किलोमीटर है।
- कर्क रेखा राजस्थान के दक्षिणी भाग में स्थित है जबकि राजस्थान का 99% क्षेत्रफल कर्क रेखा के उत्तरी भाग में स्थित है।
- सूर्य की सीधी किरणें कर्क रेखा पर यानी बाँसवाड़ा जिले में पड़ती हैं, तो राजस्थान में सर्वाधिक तिरछी किरणें श्रीगंगानगर में पड़ती है।
- कुशलगढ़ (बाँसवाड़ा) में 21 जून को सूर्य की किरणें कर्क रेखा पर लम्बवत् पड़ती हैं।
- कर्क रेखा से जैसे-जैसे हम उत्तर की ओर जाते हैं, वैसे-वैसे सूर्य की किरणें तिरछी पड़ती जाती हैं।
- माही नदी कर्क रेखा को दो बार काटती है इसलिए इसे राजस्थान की ‘स्वर्ण रेखा’ कहा जाता है।
- राज्य में सूर्य की सबसे तिरछी किरणें 22 दिसम्बर को पड़ती है।
- 22 दिसम्बर को सूर्य राजस्थान से अधिकतम दूरी पर होता है।
- राज्य में सूर्य की सबसे कम तिरछी किरणें 21 जून को श्रीगंगानगर में पड़ती है।
- राजस्थान में सबसे बड़ा दिन 21 जून को होता है।
- राजस्थान में सबसे बड़ी रात 22 दिसम्बर को होती है।
- राज्य में दिन व रात की अवधि बराबर 21 मार्च व 23 सितम्बर को होती है।
- जैसलमेर तथा धौलपुर में सूर्योदय का अन्तर लगभग 36 मिनट का होता है।
- सर्वप्रथम सूर्योदय व सूर्यास्त धौलपुर जिले में होता है तथा राजस्थान में सबसे बाद में सूर्योदय व सूर्यास्त जैसलमेर में होता है।
- राजस्थान का मध्यवर्ती गाँव गंगराना (नागौर) है।
राजस्थान का नामकरण – स्थिति एवं विस्तार
राजस्थान का परिचय – स्थिति एवं विस्तार
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अंतिम शब्द
हम आपको ऐसे ही नोटिस टॉपिक अनुसार निशुल्क RPSCNOTES.IN की इस वेबसाइट पर हिंदी भाषा में उपलब्ध करवाएंगे यकीन मानिए अगर आप अपनी तैयारी कहां से करते हैं तो आपको अपने किसी बुक की आवश्यकता नहीं होगी